राजकुमार राव और पत्रलेखा की शादी में सिंदूर की अनोखी रस्म
आपने बिल्कुल सही कहा, Rajkumar Rao और पत्रलेखा की शादी में एक बेहद खास और अनोखी रस्म देखने को मिली थी। जहां आमतौर पर दूल्हा दुल्हन की मांग में सिंदूर भरता है, वहीं पत्रलेखा ने राजकुमार राव की मांग में भी सिंदूर भरा था।
ये रस्म क्यों खास थी?
- लैंगिक समानता का प्रतीक: इस रस्म को कई लोगों ने लैंगिक समानता का एक बेहतरीन उदाहरण माना। इसने दिखाया कि प्यार और सम्मान में कोई लिंग नहीं होता।
- आधुनिक जोड़े का नया नजरिया: राजकुमार और पत्रलेखा ने हमेशा एक आधुनिक जोड़े के रूप में अपनी पहचान बनाई है। यह रस्म उनके इसी सोच को दर्शाती है।
- प्यार और सम्मान का प्रतीक: दोनों कलाकारों के लिए यह रस्म प्यार और सम्मान का प्रतीक थी। उन्होंने दिखाया कि वे एक-दूसरे को बराबर मानते हैं।
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राजकुमार राव ने इस बारे में क्या कहा?
राजकुमार राव ने इस रस्म के बारे में बात करते हुए कहा था कि यह एक स्पॉटेनियस फैसला था। उन्हें लगा कि अगर वे दोनों एक-दूसरे के लिए कुछ खास करना चाहते हैं तो यह सबसे अच्छा तरीका होगा।
सोशल मीडिया पर क्या प्रतिक्रिया रही?
इस रस्म को सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया गया था। लोगों ने इस जोड़े की तारीफ की और उनकी इस अनोखी पहल को सराहा।
निष्कर्ष:
राजकुमार राव और पत्रलेखा की शादी में सिंदूर की यह रस्म एक मिसाल बन गई। इसने दिखाया कि प्यार और सम्मान में कोई रुढ़िवादी सोच नहीं होनी चाहिए। यह रस्म आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत बन सकती है।