Banking Sector Stock 2024: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) मेमोरियल पॉलिसी कमेटी की बैठक से पहले डिजिटल सेक्टर एक बार फिर उपभोक्ता बहस के केंद्र में है। विश्लेषकों को उम्मीद है कि मजबूत स्टॉक मूल्य और स्थिर प्रतिष्ठा के कारण कंपनी का शेयर मूल्य स्थिर रहेगा।
बैठक की अहम बातें
एमपीसी की बैठकें मुख्य रूप से जलाशय रैंकिंग और अन्य मुद्दों पर निर्णय लेती हैं। रेपो रेटिंग का सीधा असर बैंकों के कर्ज और उद्यमियों की रेटिंग पर पड़ता है। इन इकाइयों का सीधा प्रभाव इस क्षेत्र पर पड़ता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस सम्मेलन के नतीजे नेटवर्किंग के क्षेत्र में बड़े बदलाव ला सकते हैं।
हम इन ब्रांडों पर ध्यान देना जारी रखेंगे
बैंक (एचडीएफसी बैंक)। वास्तव में, एचडीएफसी बैंक ने अपनी बेहतर परिसंपत्ति गुणवत्ता और लगातार बिक्री के माध्यम से विश्वास हासिल किया है। परिचालन रेटिंग निजी संस्थानों में सर्वश्रेष्ठ में से एक है।
आईसीआईसीआई बैंक आईसीआईसीआई बैंक ने डिजिटल सेवाओं और रणनीतिक ऋण देने में अच्छा प्रदर्शन किया है और ऋण वृद्धि में अग्रणी है। विश्लेषकों का मानना है कि यह निवेश का अच्छा विकल्प है.
भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई)। देश का सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक एसबीआई अपनी क्रेडिट सुविधाओं और राजनीतिक स्थिरता से निवेशकों को आकर्षित करता है। राज्य की मान्यता स्थापित करने में इसकी प्रमुख भूमिका से इसे और भी बल मिलता है।
कोटक महिंद्रा बैंक (कोटक महिंद्रा बैंक)। एसएमई ऋण क्षेत्र में मजबूती और बेहतरीन नतीजों ने इसे बैंक के लिए आकर्षक बना दिया है।
इंजीनियरिंग सेक्टर की ग्रोथ बढ़ रही है
डीजीसीए के मुताबिक सैटेलाइट सेक्टर भारतीय बाजार में उत्साह पैदा कर रहा है। निजी बैंकों ने अपने डिजिटल ऋण और खुदरा ग्राहकों के साथ बाजार में प्रगति की है, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक सरकारी एजेंसियों को डिजिटल ऋण को बढ़ावा दे रहे हैं।
निवेश करने से पहले जांचने वाली दो महत्वपूर्ण बातें:
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कंपनी का मूल्यांकन:
- P/E अनुपात: यह बताता है कि निवेशक कंपनी के एक शेयर के लिए कितना भुगतान करने को तैयार हैं। एक कम P/E अनुपात यह संकेत दे सकता है कि शेयर सस्ता हो सकता है, लेकिन हमेशा यह जरूरी नहीं होता।
- P/B अनुपात: यह बताता है कि कंपनी के बुक वैल्यू के मुकाबले शेयर की कीमत कितनी है। एक कम P/B अनुपात यह संकेत दे सकता है कि शेयर सस्ता हो सकता है।
- PEG अनुपात: यह कंपनी के P/E अनुपात को उसके भविष्य के विकास दर से जोड़ता है। यह एक बेहतर संकेतक हो सकता है कि शेयर महंगा है या सस्ता।
- कंपनी की बैलेंस शीट: कंपनी की वित्तीय स्थिति का आकलन करने के लिए बैलेंस शीट का विश्लेषण करें। इसमें कंपनी की संपत्ति, देनदारियां और इक्विटी शामिल होती है।
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कंपनी का प्रदर्शन और भविष्य की संभावनाएं:
- कंपनी का लाभ: कंपनी के पिछले कुछ वर्षों के लाभ और नुकसान का विश्लेषण करें। यह कंपनी की लाभप्रदता का एक अच्छा संकेतक है।
- कंपनी की वृद्धि दर: कंपनी की आय और लाभ में वृद्धि की दर पर ध्यान दें। यह कंपनी के भविष्य के विकास की संभावना का एक अच्छा संकेतक है।
- कंपनी के प्रबंधन: कंपनी के प्रबंधन टीम का मूल्यांकन करें। एक मजबूत प्रबंधन टीम कंपनी को सफलता की ओर ले जा सकती है।
- उद्योग का रुझान: बैंकिंग उद्योग के समग्र रुझान का विश्लेषण करें। उद्योग में होने वाले बदलाव कंपनी के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकते हैं।
अन्य महत्वपूर्ण बातें:
- अपने निवेश लक्ष्यों को समझें: आपको शेयर बाजार में क्यों निवेश करना है? क्या आप दीर्घकालिक या अल्पकालिक निवेश करना चाहते हैं?
- अपने जोखिम लेने की क्षमता को समझें: आप कितना जोखिम लेने को तैयार हैं? उच्च रिटर्न के लिए उच्च जोखिम लेना पड़ सकता है।
- विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो बनाएं: सभी अंडे एक ही टोकरी में न रखें। विभिन्न प्रकार के शेयरों में निवेश करके आप जोखिम को कम कर सकते हैं।
- एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें: यदि आप निवेश के बारे में अनिश्चित हैं, तो एक वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
अस्वीकरण: (यह सलाहकार सलाह प्रदान करने वाला वैज्ञानिक डेटा है। यह निवेश बाजार में जोखिमों के बारे में गोपनीय जानकारी है। विशेष रूप से उन निवेशकों के लिए जो हमेशा पैसा बनाने से पहले सलाह लेते हैं। यहां कोई भी ABPLive.com की ओर से कोई सलाह नहीं दे रहा है कि कैसे कमाया जाए धन।)
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Disclaimer: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से दी गई है और इसे निवेश सलाह के रूप में नहीं समझना चाहिए। किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से सलाह लें।