
HMPV virus: एचएमपीवी (Human Metapneumovirus) एक श्वसन संबंधी वायरस है जो मुख्यतः सर्दियों के मौसम में सक्रिय होता है। हाल के समय में, भारत और चीन सहित कई देशों में इस वायरस के मामलों में वृद्धि देखी गई है।

कैसे फैलता है एचएमपीवी?
- श्वसन बूंदों के माध्यम से: संक्रमित व्यक्ति जब खांसता या छींकता है, तो वायरस युक्त छोटी बूंदें हवा में फैल जाती हैं। स्वस्थ व्यक्ति इन बूंदों को सांस लेने के साथ अपने शरीर में ले लेता है और संक्रमित हो जाता है।
- दूषित सतहों के संपर्क से: वायरस दूषित सतहों (जैसे दरवाजे के हैंडल, खिलौने) पर कुछ समय तक जीवित रह सकता है। जब कोई व्यक्ति इन सतहों को छूता है और फिर अपने मुंह, नाक या आंखों को छूता है, तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
भारत और चीन में प्रसार के कारण
- ठंड का मौसम: सर्दियों के मौसम में लोगों का अधिकांश समय घर के अंदर बिताना होता है, जिससे वायरस के फैलने के अवसर बढ़ जाते हैं।
- कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र: बुजुर्ग, बच्चे और कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वाले लोग इस वायरस के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- कोविड-19 के बाद की स्थिति: कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों ने मास्क पहनना और सामाजिक दूरी बनाए रखना सीखा था। इन उपायों को कम करने से अन्य वायरसों के फैलने का खतरा बढ़ गया है।
- अस्पतालों में मरीजों की भीड़: चीन में हाल ही में अस्पतालों में मरीजों की भीड़ देखी गई है, जिससे वायरस के फैलने की दर में वृद्धि हुई है।

एचएमपीवी के लक्षण
- बुखार
- खांसी
- गले में खराश
- नाक बहना या बंद होना
- सांस लेने में तकलीफ (गंभीर मामलों में)

बचाव के उपाय
- मास्क पहनें: सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना वायरस से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।
- हाथों को बार-बार धोएं: साबुन और पानी से नियमित रूप से हाथ धोएं।
- सामाजिक दूरी बनाए रखें: संक्रमित व्यक्तियों से दूरी बनाए रखें।
- स्वच्छता का ध्यान रखें: अपने आस-पास के क्षेत्र को साफ रखें।
- टीकाकरण: यदि उपलब्ध हो तो टीकाकरण करवाएं।
ध्यान दें: यदि आपको एचएमपीवी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
Disclaimer: यह जानकारी केवल सूचना के उद्देश्य से है और इसे किसी चिकित्सकीय सलाह के रूप में नहीं लेना चाहिए। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए हमेशा किसी डॉक्टर से सलाह लें।